Priyanka06

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लेखनी प्रतियोगिता -25-Jun-2023 जिंदगी एक मॅंझधार है

विषय-जिंदगी
शीर्षक-जिंदगी एक मॅंझधार है
विधा-हरिगीतिका
अब जिंदगी मॅंझधार है पल में किनारे छूटते।
अब अनमोल है जिंदगी, नाता इसी से जोड़ते।।

अब जिंदगी मॅंझधार है पल में किनारे छूटते।
संभाल रखना वक्त को, पग रेणुका से फिसलते।।
शुभ काज को कर वक्त पे, फलवान होगी जिंदगी।
शुभ कर्म तुम करना सदा, जीवन बसे सादगी।।

मधु बीज तुम  बोना सदा, मीठे उपज लगते सदा।
जीवन भरे देखो खुशी, ऑंगन सुमन खिलते सदा।।
उपकार  जीवन पर किया, अब तुम नही ये  भूलते।
अब जिंदगी मॅंझधार है, पल में किनारे छूटते।

अब जिंदगी मॅंझधार है पल में किनारे छूटते।
अब अनमोल है जिंदगी, नाता इसी से जोड़ते।।

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3 Comments

Anjali korde

21-Jul-2023 02:19 PM

Nice

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बेहतरीन अभिव्यक्ति

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Gunjan Kamal

26-Jun-2023 12:55 AM

👌👏

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